- राज्य पृथ्वी पर ईश्वर का अवतरण है –हीगल
- सर्वहारा वर्ग का अधिनायकवाद मार्क्स के सिद्धान्त का निचोड़ है –लेनिन
- स्वतंत्रता के विना समानता कुछ लोगो की उच्छ्श्रृंखलता में बदल सकती है –पोलार्ड
- प्रजातंत्र शासन का तरीका नहीं है चाहे बहुमत के द्वारा हो अन्यथा नहीं बल्कि यह मुलतः इस बात के निर्धारण का तरीका है कि कौन शासन करेगा और उसके उद्देश्य क्या होंगे –ब्राइस
- नागरिक की सर्वाधिक सवतंत्रता कानून के चुप रहने में है -लॉक
- कानून सार्वभौम सत्ता के आदेश है (कानून संप्रभु के आदेश है )-ऑस्टिन
- राज्य व्यक्ति से पहले है –अरस्तु