भारत का संवैधानिक विकास और उससे सम्बंधित
इतिहास के महत्वपूर्ण तथ्य एवं जानकारिया
- भारत में ब्रिटिश साम्राज्ञी का पूर्ण नियंत्रण स्थापित किया गया -1858 में
- महारानी विक्टोरिया को भारत साम्राज्ञी घोषित किया गया -1858 में
- केबिनेट मिशन –संविधान सभा का गठन ,इसके तीन सदस्य थे –लार्ड पैथिक लोरेन्स ,सर स्टेफर्ड क्रिप्स ,ए.वी.एलेक्जेंडर
- रेग्युलेटिंग एक्ट पारित किया गया था -1773 में
- मार्ले मिन्टो सुधार कब अस्तित्व में आया और उसका उद्देश्य था –1909 में साम्प्रदायिक निर्वाचन की शुरुआत
- मोंटेग्यू चेम्सफोर्ड सुधारो का मुख्य सार क्या था –प्रान्तों में दोहरा शासन
- भारत के विभाजन के बाद संविधान सभा का पुर्नगठन हुआ जिसमे कुल सदस्यों की संख्या 299रह गई थी जिसमे देशी रियासतों के70 और प्रांतीय प्रतिनिधि 229थे
- भारतीय संविधान सभा में किस प्रान्त का प्रतिनिधित्व सबसे अधिक था –सयुंक्त प्रान्त का
- भारतीय संविधान सभा ने विभिन्न समितियों के माध्यम से कार्य किया
- भारत को गणतंत्र कहा जाता है क्योंकि यहाँ का सर्वोच्च शासक जनता द्वारा निर्वाचित है
- भारतीय संविधान में कुल कितने भाग है -22
- भारतीय संविधान के किस भाग में अस्थाई ,संक्रमणकालीन और विशेष उपबन्ध है –भाग 21 में
- भारतीय संविधान की नौवी अनुसूची किस संसोधन द्वारा जोड़ी गई थी –पहले संविधान संसोधन द्वारा
- भारतीय संविधान की किस अनुसूची में महत्वपूर्ण पदाधिकारियों के वेतन भत्तो का उल्लेख है –दूसरी अनुसूची में
- किस राज्य के आरक्षण को नवी अचुसुची में शामिल किया गया –तमिलनाडु
- संविधान सभा का बारहवां और अंतिम अधिवेशन कब हुआ –24 जनवरी 1950को